कोरोना वायरस : 13 व्यक्तियों में कोविड -19 के लक्षण,24 घंटे निगरानी रखने के लिए रिस्पांस टीमों का गठन

चंडीगढ़
कोरोना वायरस
  • मुख्यमंत्री खुद रखेंगे हालात पर नजर।
  • 24 घंटे निगरानी रखने के लिए रिस्पांस टीमों का गठन।
  • स्वास्थ्य विभाग को हालात पर नजर रखने के लिए कहा।
मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने वीरवार को कोरोना वायरस (कोविड-19) से उत्पन्न हालात से मुकाबले को लेकर किए गए प्रबंधों का जायजा लेने के लिए उच्चस्तरीय बैठक की। इसमें उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव को निर्देश दिए कि वे वायरस के खतरे के मद्देनजर इसके लक्षणों और एहतियाती कदमों के बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए तुरंत एडवाइजरी जारी करें। कैप्टन ने मुख्य सचिव से कहा कि डिप्टी कमिश्नरों को अपने-अपने जिलों में व्यापक जागरूकता मुहिम चलाने के लिए फील्ड स्टाफ को जरूरी दिशा-निर्देश जारी करने की हिदायत दी जाएं।

डिप्टी कमिश्नरों को लोगों में घबराहट पैदा होने से रोकने और भरोसा पैदा करने के लिए सक्रियता से कदम उठाने चाहिए। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने सीएम को बताया कि इस समय पंजाब में कुल 5,795 ऐसे व्यक्ति हैं, जो प्रभावित मुल्कों का सफर करके लौटे हैं। वीरवार तक 13 व्यक्तियों में कोविड -19 के लक्षण होने का पता लगा है। हालांकि स्थिति पूरी तरह काबू में है और किसी तरह की स्थिति से निपटने के लिए विभाग पूरी तरह तैयार है।

जिला अस्पतालों व मेडिकल कॉलेजों में किया विशेष प्रबंध
कोरोना वायरस से निपटने संबंधी तैयारियों की मुख्यमंत्री को जानकारी देते हुए स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव अनुराग अग्रवाल ने बताया कि विभाग द्वारा प्रांतीय नोडल अफसर को निगरान अफसर के तौर पर मनोनीत किया है। स्थिति को संभालने के लिए जिला नोडल अफसर भी लगाए गए हैं। किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए 22 जिला अस्पतालों और तीन सरकारी मेडिकल कॉलेज तैयार हैं। इन अस्पतालों में 649 बिस्तरों के अलग वार्ड (आईसोलेटिड वार्ड) बनाए गए हैं। इन अस्पतालों में 24 वेंटिलेटर का भी बंदोबस्त किया है। जिला अस्पतालों में 14 और सरकारी मेडिकल कॉलेजों में 10 वेंटिलेटर हैं।

स्टेट रैपिड रिस्पांस टीम का गठन

कोरोनावायरस (कोविड-19) से निपटने के लिए पंजाब में चार सीनियर डॉक्टरों की स्टेट रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है। इसके अलावा हर जिले में कंट्रोल रूम स्थापित किए गए हैं और जिला स्तरीय रिस्पांस टीमें 24 घंटे चौकस रहेंगी। वहीं सभी संस्थानों में बायोमीट्रिक मशीनों के जरिये हाजिरी लगाने पर फिलहाल रोक लगा दी है।

मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कोरोनावायरस से निपटने के लिए गुरुवार को राज्य की तैयारियों का जायजा लिया। इस उच्चस्तरीय बैठक में सीएम को बताया गया कि स्वास्थ्य विभाग के हेडक्वार्टर में राज्य स्तरीय कंट्रोल रूम (फोन नंबर-88720-90029/0172-2920074) भी स्थापित किया गया है ताकि किसी तरह की शिकायत या संकट आने पर तत्काल कार्रवाई की जा सके।

वहीं बैठक में कैप्टन ने स्वास्थ्य विभाग को इस वायरस से निपटने के लिए पूरी मुस्तैदी से जुटने को कहा। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग को इससे पैदा हुई स्थिति पर नजर रखने का आदेश भी दिया। उन्होंने रोजाना आधार पर खुद स्थिति की निगरानी करने का भी फैसला लिया। सीएम ने आम लोगों से भीड़भाड़ वाले स्थानों पर न जाने की अपील भी की है।

पंजाब के दफ्तरों में बायोमीट्रिक हाजिरी पर रोक

पंजाब सरकार ने राज्य के अपने सभी संस्थानों में बायोमीट्रिक मशीनों के जरिये हाजिरी लगाने पर फिलहाल रोक लगा दी है। आम राज प्रबंध विभाग की प्रशासकीय अफसर-1 शाखा द्वारा सभी विशेष मुख्य सचिवों, अतिरिक्त मुख्य सचिवों, वित्त कमिश्नरों, प्रमुख सचिवों और प्रबंधकीय सचिवों को जारी पत्र में निर्देशों का हवाला देते हुए कहा गया है कि कोरोना के बुरे प्रभाव से बचाव के लिए एहतियात बरतते हुए बायोमीट्रिक मशीनों के जरिए हाजिरी लगाने की व्यवस्था को अगले आदेश तक बंद किया जा रहा है। इसलिए सभी अधिकारी, कर्मचारी हाजिरी की पुरानी व्यवस्था के अनुसार अपनी हाजिरी मैनुअल रजिस्टर पर दर्ज कराएं।

मुख्य सचिव ने सभी डीसी, एसएसपी और सिविल सर्जनों को किया सचेत
पंजाब सरकार ने राज्य के सभी डिप्टी कमिश्नरों, पुलिस कमिश्नरों, एसएसपी और सिविल सर्जनों को कोविड-19 के मद्देनजर सचेत रहने और राज्य में कोरोना के किसी भी संदिग्ध मामले पर पैनी नजर रखने की हिदायत की है। इसके साथ ही डिप्टी कमिश्नरों से कहा गया है कि वह यह सुनिश्चित करें कि पंजाब के लोग इस बीमारी को लेकर बिल्कुल भी न घबराएं और लोगों को कोरोना से बचाव के लिए सभी सावधानियां और एहतियात संबंधी जागरूक किया जाए।

मुख्य सचिव करण अवतार सिंह ने गुरुवार को सभी डिप्टी कमिश्नरों, पुलिस कमिश्नरों, एसएसपी और सिविल सर्जनों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की। प्रवक्ता ने बताया कि कोरोना के संदिग्ध मामलों के बारे में आई खबरों को गंभीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मुख्य सचिव करण अवतार सिंह को जमीनी हकीकत का जायजा लेने और सभी जिलों के प्रशासकीय, पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के उच्च अधिकारियों से मीटिंग करने के निर्देश दिए थे।

मोहाली और अमृतसर एयरपोर्ट चौकसी

मीटिंग में जानकारी दी गई कि अमृतसर और मोहाली के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डों को चौकस कर दिया गया है। मुसाफिरों की जानकारी के लिए हवाई अड्डों पर सूचना, शिक्षा और संचार सामग्री को लगाई गई है। हवाई अड्डों पर थर्मल स्कैनर लगाए जा चुके हैं और यात्रियों की जांच शुरू कर दी गई है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा पैरा मेडिकल स्टाफ समेत मेडिकल टीमों को तैनात कर दिया गया है। मुसाफिरों को इसकी खुद जानकारी देने के लिए एलान किए जा रहे हैं।

पाक सीमा की चेक पोस्टों पर भी जांच
इसी तरह अमृतसर में वाघा/अटारी बॉर्डर चेक पोस्ट और गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक चेक पोस्ट पर मुसाफिरों की जांच शुरू कर दी गई है। इन चेक पोस्टों पर मुसाफिरों की जांच के लिए संपर्क रहित (नॉन-कांटैक्ट) मीटर भी मुहैया करवाए गए हैं। हवाई अड्डों और बॉर्डर चेक पोस्टों पर अब तक 70,106 मुसाफिरों की जांच की गई है। इनमें से अमृतसर हवाई अड्डे पर 47,671 मुसाफिर, मोहाली हवाई अड्डे पर 4943, वाघा/अटारी चेक पोस्ट पर 5,401 और डेरा बाबा नानक चेक पोस्ट पर 12,091 मुसाफिरों की जांच की गई है। प्रांतीय हेडक्वार्टर, केंद्रीय निगरान यूनिट, आईडीएसपी दिल्ली को हर रोज रिपोर्ट भेजी जा रही है।

अकाली दल ने होला मोहल्ला की कॉन्फ्रेंस टाली
कोरोना वायरस के कारण शिरोमणि अकाली दल ने नौ मार्च को होने वाले होला मोहल्ला में अपनी कॉन्फ्रेंस स्थगित कर दी है। इस बीच, राज्य सरकार ने भी सूबे के नागरिकों को हिदायत की है कि वे भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से परहेज करें। अकाली दल के सीनियर नेता और प्रवक्ता डा. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि शिअद ने लोगों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अपने कई कार्यक्रमों को फिलहाल स्थगित कर दिया है।

उनके अनुसार इसके अलावा फाजिल्का में 11 मार्च, होशियारपुर में 14 मार्च, कपूरथला में 18 मार्च और फतेहगढ़ साहिब में 21 मार्च को आयोजित की जाने वाली जिला स्तरीय कॉन्फ्रेंस को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। लेकिन सात मार्च को मानसा में प्रस्तावित रैली होगी। वह स्थगित नहीं की गई है।

Related posts